Khatushyam baba temple Miracles:'खाटू के दरबार में मत्था टेकने से बेटा बना US का बेस्ट स्टूडेंट'
कोल्हापुर के अग्रवाल परिवार पर बाबा की ऐसी कृपा बरसी की उनकी इकलौती संतान जो उनके बिना चार कदम भी नहीं चल सकती थी आज वहीं अमरीका का बेस्ट स्टूडेंट बन गया है।
Khatushyam News. तुझे देते नहीं देखा...लेकिन झोली कभी खाली नहीं देखी...। बाबा श्याम की सेवा में जुटे श्रद्धालुओं का कुछ ऐसा ही फलसफा है। हर किसी की मुराद श्याम के दरबार में पूरी हुई है। यही वजह है कि घर का काम तो कोई नौकरी और कारोबार छोड़ श्याम के लक्खी मेले में छोटी से छोटी सेवा को सौभाग्य मान रहा है। मंदिर परिसर में बाबा श्याम को चढ़े भोग के पैकेट बनाने में दिन रात जुटी महिलाओं से बातचीत की, तो ऐसे ही मामले सामने आए।
कोल्हापुर के अग्रवाल परिवार पर बाबा की ऐसी कृपा बरसी की उनकी इकलौती संतान जो उनके बिना चार कदम भी नहीं चल सकती थी आज वहीं अमरीका का बेस्ट स्टूडेंट बन गया है। यह परिवार है महाराष्ट्र के कोल्हापुर-इचलकरंजी निवासी रामनिवास अग्रवाल और उनकी पत्नी लक्ष्मी का। आर्थिक रूप से पूरी तरह टूटे इस परिवार ने 2005 में पहली बार बाबा के दर पर मत्था टेका। उसके बाद इनके दिन बदल गए। इकलौता पुत्र हिमांशु को अमरीका में 10 अप्रेल 2016 को बेस्ट स्टूडेंट अवार्ड से नवाजा जाएगा।
कोलकाता की मंजू बंसल के छोटे बेटे की शादी को 9 साल हो गए थे। लेकिन, बच्चे की आस अब तक पूरी नहीं हुई थी। बड़े से बड़े अस्पताल के चक्कर काटने पर भी निराशा ही हाथ लगी। ऐसे में बंसल ने थक हार कर बाबा श्याम के दरबार में अरदास लगाई। बाबा ने भी उसी साल सुन ली।
दिल्ली की अनिता बंसल 28 साल पहले गर्भाशय में कैंसर की शिकार हुई। बीमारी का पता उस स्टेज पर चला जहां अमरीका के डॉक्टर ने भी इलाज के लिए मना कर दिया। उस पर गभज़् में आठ महीने का बच्चा सो अलग। जिंदगी और बच्चे की आस छोड़ चुकी अनिता ने निराशा के बाद हारे के सहारे बाबा श्याम से फरियाद की तो लखदातार ने भी ऐसी सुनी कि आज अनिता बिल्कुल स्वस्थ है और घर-आंगन में खुशियां भी हैं।